अब मैं प्रश्न करू या जवाब दूँ यूँ हर बात पर मैं परेशान हूं। अब मैं प्रश्न करू या जवाब दूँ यूँ हर बात पर मैं परेशान हूं।
जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में, जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में,
फैल रहा है भ्रष्टाचार हो रहा व्यभिचार कितने रावण अभी जिंदा हैं। फैल रहा है भ्रष्टाचार हो रहा व्यभिचार कितने रावण अभी जिंदा हैं।
दिल मे जज़्बात की परछाइयों की बस्ती है, सुर्ख होठों पर मचलते हुये मौसम की तरह। एक छू दिल मे जज़्बात की परछाइयों की बस्ती है, सुर्ख होठों पर मचलते हुये मौसम की तरह...
हाथ में कलम है दिल में जलन है, सोचता हूँ जो मैं भरम ही भरम है, हाथ में कलम है दिल में जलन है, सोचता हूँ जो मैं भरम ही भरम है,
सब ठीक होगा दिल ने कहा ... आज पहली बार इस सन्नाटे से हुआ प्यार। सब ठीक होगा दिल ने कहा ... आज पहली बार इस सन्नाटे से हुआ प्यार।